हेल्थ ऑफ इंडिया समिट के दौरान जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भारत में कैंसर के बारे में गलत सूचनाओं का प्रसार बहुत अधिक है। इससे लोग गुमराह हो रहे हैं, जो घातक है। कहीं आप भी कैंसर को लेकर फैली भ्रामक जानकारियों और अफवाहों को सच तो नहीं मानते आ रहे हैं?
कैंसर वैश्विक स्तर पर सबसे घातक बीमारियों में से एक है जिसके कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। साल 2022 के आंकड़ों के अनुसार दुनियाभर में कैंसर के कारण लगभग 9.7 मिलियन (97 लाख) से अधिक लोगों की मौत हुई।
हृदय रोगों के बाद कैंसर मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, भारतीय आबादी में भी कैंसर का खतरा और इसके कारण मौत के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण बीमारी का समय पर निदान न हो पाना है।
ज्यादातर लोगों में रोग का पता ही तब चल पाता है जब कैंसर आखिरी के चरणों में पहुंच चुका होता है, जहां से उपचार और जान बचने की संभावना काफी कठिन हो जाती है। विशेषज्ञ कहते हैं, कैंसर की रोकथाम और इसके कारण होने वाली मौतों को कम करने के लिए सबसे जरूरी है लोगों तक सही जानकारी उपलब्ध कराना।
इसी से संबंधित एक हालिया रिपोर्ट में चिंता जताई गई है कि भारत में कैंसर के बारे में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बहुत बड़े स्तर पर गलत सूचना का प्रसार होता है। इससे लोग गुमराह हो रहे हैं, जो घातक है। कहीं आप भी कैंसर को लेकर फैली भ्रामक जानकारियों और अफवाहों को सच तो नहीं मानते आ रहे हैं?