दिल्ली: टाटा ग्रुप को एक बार फिर भारत का सबसे मूल्यवान ब्रांड घोषित किया गया है। ब्रांड फाइनेंस की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, ई-कॉमर्स, डिजिटलीकरण, इलेक्ट्रिक वाहनों और इलेक्ट्रॉनिक्स पर मजबूत फोकस की बदौलत टाटा समूह का ब्रांड मूल्य 9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 28.6 बिलियन डॉलर हो गया है। यह टाटा को 30 बिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुंचने वाला पहला भारतीय ब्रांड बनाता है। वहीं, भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
दुनिया के टॉप ब्रांड में शुमार इंफोसिस 14.2 बिलियन डॉलर के ब्रांड मूल्य के साथ दूसरे स्थान पर है। HDFC ग्रुप 10.4 बिलियन डॉलर के ब्रांड मूल्य के साथ तीसरे स्थान पर है, जिसे एचडीएफसी लिमिटेड के साथ इसके विलय से काफी बढ़ावा मिला है। ब्रांड फाइनेंस के वरिष्ठ निदेशक सैवियो डिसूजा के हवाले से मीडिया में आई रिपोर्ट के अनुसार, टाटा के उत्थान का श्रेय इसके डिजिटल परिवर्तन, कठोर संगठनात्मक परिशोधन और उन्नत प्रौद्योगिकी को अपनाने को देते हैं।
टाटा की ब्रांड दृश्यता को इंडियन प्रीमियर लीग के प्रायोजन, एयरोनॉटिकल रीब्रांडिंग और वेस्टसाइड और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स सहित इसके खुदरा क्षेत्रों के विकास से भी लाभ हुआ है। रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई ग्रुप, लार्सन एंड टुब्रो, एलआईसी ग्रुप, महिंद्रा, एचसीएल टेक, ज़ेटवर्क और एयरटेल भी टॉप भारतीय ब्रांडों में शामिल हैं।