एसी से बेहतर कूलिंग मिले, इसके लिए कमरे में सही टन का एसी लगवाना जरूरी है। यदी एसी कमरे के लिहाज से नहीं हुई तो सही कूलिंग नहीं मिल पाएगी।

एसी अब एक लग्जरी आइटम नहीं, बल्कि जरूरत बन चुका है। लेकिन सही एसी चुनना जितना जरूरी है, उतना ही मुश्किल भी। अक्सर लोग एसी का गलत साइज चुन लेते हैं, जिससे या तो बिजली का खर्च जरूरत से ज्यादा हो जाता है या फिर कमरा ठंडा ही नहीं होता। ऐसे में सही टन या बीटीयू वाला एसी खरीदना बेहद जरूरी है। इस लेख में हम आपको बताएंगे की कमरे के साइज के अनुसार आपको कितने टन का एसी खरीदना चाहिए।

कैसे तय करें कि आपको कितने टन का एसी चाहिए?
इसके लिए सबसे पहले अपने कमरे का क्षेत्रफल मापें, यानी लंबाई और चौड़ाई को गुणा करें। प्रति वर्ग फुट के लिए औसतन 20 बीटीयू की जरूरत होती है।

अगर कमरा बहुत गर्म रहता है तो?
अगर आपके कमरे में धूप सीधे आती है, खासकर दक्षिण या पश्चिम दिशा की खिड़कियों से, तो गर्मी का असर और भी ज्यादा होता है। ऐसी स्थिति में एसी का बीटीयू 10 से 15 प्रतिशत तक ज्यादा होना चाहिए। अगर कमरे में बड़ी या ज्यादा संख्या में खिड़कियां हैं, खासकर कांच की, तो यह भी कमरे को जल्दी गर्म करती हैं। ऐसी स्थिति में थोड़ा बड़ा टन वाला एसी लेना समझदारी होगी।

कमरा ठंडा नहीं हो रहा तो क्या करें
अगर आपका एसी चलने के बावजूद भी कमरा सही तरीके से ठंडा नहीं हो पा रहा, तो इसके पीछे कई वजहें हो सकती हैं…

  • सबसे पहली गलती होती है जरूरत से ज्यादा टन का एसी लेना। ऐसा एसी जल्दी-जल्दी ऑन-ऑफ होता है, जिससे कमरे में एक जैसी ठंडक नहीं बनी रहती।
  • दूसरा कारण होता है इन्सुलेशन की कमी। अगर खिड़कियों या दरवाजों से ठंडी हवा बाहर जा रही है, तो उसे रोकने के लिए अच्छी सीलिंग या इन्सुलेशन कराना जरूरी है।
  • तीसरा कारण हो सकता है गंदा एयर फिल्टर। जब फिल्टर में धूल जम जाती है, तो एयर फ्लो कमजोर हो जाता है और कूलिंग पर असर पड़ता है। इसलिए समय-समय पर फिल्टर को साफ करते रहना चाहिए।

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