नयी दिल्ली : स्वामी नित्यानंद एक ऐसा नाम जो कुछ साल पहले उस वक्त सुर्खियों में आया जिसने ‘कैलासा’ नाम का देश बनाने का दावा किया।
स्वयंभू संत स्वामी नित्यानंद को लेकर खबरें हैं कि वह जल्द ही ‘कैलासा’ से जुड़ा कोई नया ऐलान कर सकता है। कैलासा की प्रतिनिधि विजयप्रिया ने एक समय दावा किया था कि संयुक्त राष्ट्र (UN) में दावा किया था कि नित्यानंद के देश ‘कैलासा’ में करीब 20 लाख की आबादी है।
नित्यानंद की गिनती देश के सबसे अमीर बाबाओं में होती है, यह बात अलग है कि वह फिलहाल भारत में नहीं रह रहा है। खबरों के मुताबिक, नित्यानंद के पास 100-200 या 500 करोड़ नहीं बल्कि हजारों करोड़ रुपये की दौलत है।
और इसी दौलत के बल से वह अपना अलग देश बनाने का दावा ठोक चुका है। लेकिन क्या आपको पता है कि नित्यानंद आखिर क्यों भारत से फरार हुआ? 2019 में भारत से भाग चुके नित्यानंद पर रेप और किडनैपिंग जैसे कई बड़े और गंभीर आरोप हैं। आपको बताते हैं आज खुद को संत बताने वाला नित्यानंद आखिर है कौन? साथ ही जानेंगे उसकी नेट वर्थ, दौलत के बारे में…
‘कैलासा’ की प्रतिनिधि विजयप्रिया ने यूएन में कथित स्वामी नित्यानंद को हिंदुओं का ‘सर्वोच्च’ गुरु करार दिया था। इसके अलावा कैलासा के 20 लाख प्रवासी हिंदुओं के उत्पीड़न को रोकने के लिए इंटरनेशनल स्तर पर उपाय किए जाने के लिए भी आवाज उठाई थी।
कहां है नित्यानंद का कैलासा?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2010 में नित्यानंद पर रेप का आरोप लगा। और यहीं से स्वामी नित्यानंद की क्राइम कुंडली खुलना शुरू हो गई। 2019 में नित्यानंद भारत से भाग गया और उसने दक्षिण अमेरिका के इक्वाडोर में एक बड़ी जमीन खरीद ली। इस जगह पर उसने ‘कैलासा’ बसा लिया और बाद में दावा किया कि यह एक एक अलग देश है।
2019 में ‘भगौड़ा’ बना नित्यानंद साल 2019 में जब बाबा देश से फरार हुआ तो तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में अलग-अलग दावे किए गए। कई रिपोर्ट्स में कहा गया कि नित्यानंद का पासपोर्ट 2018 में एक्सपायर हो गया था।
फिर सवाल उठे कि क्या नित्यानंद ने जाली पासपोर्ट बनवाया और फिर देश से फरार हुआ? भारत में नित्यानंद पर कई केस दर्ज थे जिनकी सुनवाई में वह पेश नहीं हुआ। ऐसी भी खबरें आईं कि वह नेपाल के रास्ते इक्वाडोर भाग गया। 2019 में गुजरात पुलिस ने हाईकोर्ट में नित्यानंद के देश छोड़कर भागे जाने की जानकारी दी।
नित्यानंद पर रेप और किडनैपिंग के कई आरोप मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नित्यानंद का जन्म 1 जनवरी 1978 को तमिलनाडु में हुआ था। कई जगह ऐसा दावा किया गया कि उसने 12 साल की उम्र से रामकृष्ण मठ में शिक्षा लेना शुरू कर दिया था। 2003 में नित्यानंद का पहला आश्रम बेंगलुरु के नजदीक खोला।
इसके बाद यह सिलसिला रुका नहीं और नित्यानंद ने देशभर में कई आश्रम बना डाले। साल 2010 में नित्यानंद उस वक्त सुर्खियों में आया जब उसकी एक अश्लील वीडियो वायरल हुई। इस वीडियो में स्वयंभू स्वामी एक एक्ट्रेस के साथ आपत्तिजनक हालत में था।
इसके बाद उस पर केस दर्ज हुआ, बाबा की गिरफ्तारी हुई और फिर जमानत पर रिहाई हो गई।
साल 2010 ही वो साल था जब अमेरिका की एक महिला ने नित्यानंद पर रेप जैसा गंभीर आरोप मढ़ा। महिला ने दावा किया था कि धर्म के नाम नित्यानंद ने सालों तक उसका शोषण किया और उस पर बेंगलुरु में केस दर्ज हुआ।
2018 में ट्रायल शुरू हुआ लेकिन बड़े रुतबे वाला यह बाबा कभी कोर्ट के सामने पेश नहीं हुआ। साल 2012 में नित्यानंद पर एक बार फिर रेप का आरोप लगा और फिर उसे जेल भेज दिया गया। इस बार जेल से नित्यानंद फरार हो गया, हालांकि बाद में सरेंडर भी करना पड़ा।
2019 में नित्यानंद पर गुजरात के एक कपल ने उनकी दो बेटियों की किडनैपिंग का आरोप लगा। मामला दर्ज हुआ और हाईकोर्ट में याचिका दायर हुई।
इन लोगों ने अपनी बेटियों को नित्यानंद द्वारा जबरन बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया और कस्टंडी मांगी। लेकिन अजब बात यह रही कि लड़कियों ने माता-पिता के साथ जाने से मना कर दिया।
नित्यानंद की नेट वर्थअगर आप ये सोच रहे हैं कि स्वामी नित्यानंद के पास कितना पैसा है तो शायद आप कल्पना भी ना कर सकें। भारत के सबसे रईस बाबाओं में नित्यानंद भी शामिल है।
उसके पास बाबा रामदेव, श्री श्री रविशंकर, आसाराम, राम रहीम से कहीं ज्यादा दौलत है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नित्यानंद की नेट वर्थ करीब 10000 करोड़ रुपये है। जी हां, इतनी अकूत दौलत के चलते ही नित्यानंद इक्वाडोर जाकर एक अलग द्वीप खरीद सका और अब अपना अलग देश ‘कैलासा’ बनाने का दावा ठोंक रहा है।
भगौड़े नित्यानंद के नाटक से उठा पर्दा,9 वर्षों तक साथ रही महिला ने खोले राजभारत से फरार नित्यानंद ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर एलान किया है कि वो इस महा पुर्णिमा यानी 21 जुलाई को वो अपनी रहस्यमई दुनिया से पर्दा हटा देगा. उसने दावा किया है कि इस दिन वो टाइम्स स्क्वायर पर एक छोटे क्लिप के जरिए अपने कैलासा की लोकेशन बताएगा. एनएफ।
इसके बाद उसके कुछ पूर्व अनुयाई सामने आएं, जिन्होंने बाबा नित्यानंद के कई काले कारनामों से पर्दा उठाया है.
भगोड़े नित्यानंद की पूर्व शिष्या रही सारा लैंड्री इन दिनों कनाडा में रह रही हैं. उन्होंने बताया कि मैंने 2009 में नित्यानंद के आश्रम को जॉइन किया था. मैं सनातन धर्म को जानना चाहती थी.
योग और ध्यान सीखना चाहती थी. उन्होंने कहा वो बड़े-बड़े संस्थाओं में अपने कोर्स देता था, MICROSOFT में लेक्चर्स देने जाता था. आगे वो बताती हैं कि साल 2010 में जब नित्यानंद का MMS लीक हुआ था. तब वो हैरान थी, लेकिन उनका ब्रेनवॉश किया गया कि ये मॉर्फ्ड वीडियो है.
वो माफिया की तरह अपनी संस्था चला रहा सारा ने बताया कि वो धर्म का पाठ पढ़ाने के लिए अपनी संस्था नहीं चलाता है बल्कि वो माफिया की तरह काम करता है. सारा कहती है कि 9 साल तक मेरी जिंदगी नित्यानन्द के इशारों पर चली. मैं 24 साल से 33 साल की उम्र तक वहां थी. मैंने जब आश्रम छोड़ा तो मेरे ऊपर गलत आरोप लगाए, मुझे फंसाया गया. मुझे गैर हिंदू कहा, आरोप लगाया कि मैं इसके आश्रम के बच्चों को मारती हूं.
उन्होंने कहा इसके बाद मैंने उसके एक्स फॉलोवर से बात की, तब पता चला कि वहां बच्चों को मारा जाता है और महिलाओं के साथ गलत काम होता है. उन्हें गलत काम करने के लिए उकसाया जाता है. इसके साथ की जो महिलाएं खुद को संयासी बताती थी, वो कई लोगों को बहुत जल्द ही प्रभावित कर लेती थीं.
कैलासा एक फेक नैरेटिव है कैलासा के बारे में सारा ने कहा हैं कि कैलासा एक फेक नैरेटिव है, फॉल्स नेशन है, जिसे इसी ने बनाया है. ये एक फिजिकल आइलैंड है. इसे इसने खुद को बचने के लिए क्रिएट किया है.सारा ने कहा कि भारत में इसने नित्यानंद के खिलाफ शिकायत की लेकिन पुलिस ने इसकी FIR नहीं लिखी और बचाती रही.
नित्यानंद के खिलाफ एक्शन और जांच बहुत जरूरी है. इसने रेप, छेड़खानी करके कई लोगों की जिंदगी बर्बाद की है. आगे उन्होंने कहा कि भारत से गुजारिश करूँगी कि इसको सजा दें. पुलिस और सरकार मिलकर इसकी मदद कर रही है इसकी जुर्म की कहानी बहुत लंबी है, क्योंकि मैं खुद उसके साथ थी, सारे गुनाहों का गवाह हूं. अब मुझे जस्टिस सिस्टम से भरोसा उठ गया है.