पेट में किसी कारण से एसिड का उत्पादन अधिक होने का कारण एसिडिटी होती है जो एक बहुत आम सी समस्या है। मुख्यरूप से एसिडिटी को खान-पान की गड़बड़ी की वजह से होने वाली दिक्कत माना जाता है पर क्या आप जानते हैं कि इसके लिए कई और चीजें भी जिम्मेदार हो सकती है?
एसिडिटी एक बहुत आम सी समस्या है, जिसका आप भी कभी न कभी जरूर शिकार रहे होंगे। पेट में किसी कारण से एसिड का उत्पादन अधिक होने का कारण ये दिक्कत होती है। एसिडिटी के कारण आपको अपच, पाचन की दिक्कत, गैस बनने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। मुख्यरूप से एसिडिटी को खान-पान की गड़बड़ी की वजह से होने वाली दिक्कत माना जाता है पर क्या आप जानते हैं कि इसके लिए कई और चीजें भी जिम्मेदार हो सकती है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, एसिडिटी ऐसी समस्या है जो पेट में एसिड के अधिक उत्पादन के कारण होती है। इस स्थिति में कभी-कभी एसिड भोजन नली में भी वापस आने लगता है जिसके कारण छाती के निचले हिस्से में दर्द या जलन हो सकती है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक किसी भी उम्र के व्यक्ति को एसिडिटी हो सकती है।
डॉक्टर और पोषण विशेषज्ञ कहते हैं कि अस्वास्थ्यकर खान-पान की आदतें और खराब आहार एसिडिटी के मुख्य कारण हैं। पर इसके अलावा भी कुछ स्थितियां हैं जो एसिडिटी का कारण बनती हैं।
एसिडिटी में क्या लक्षण होते हैं?
एसिडिटी के कारणों को जानने से पहले इसकी पहचान कैसे की जाए इस बारे में समझना जरूरी है। एसीडिटी तब होती है जब पेट में उपस्थित एसिड (गैस्ट्रिक जूस) अधिक मात्रा में बनने लगता है। पेट का यह एसिड भोजन को पचाने में मदद करता है, लेकिन जब एसिड अधिक मात्रा में बनने लगे या गलत तरीके से पेट की दीवारों में फैलने लगे तो इसके कारण पेट में जलन, दर्द और अन्य समस्याएं पैदा होती हैं।
एसीडिटी के लक्षण विभिन्न प्रकार के और हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं।
- खाने के तुरंत बाद या खाली पेट जलन महसूस होना।
- डकार आना विशेषतौर पर खट्टी डकारें।
- अक्सर मुंह का स्वाद खट्टा बना रहना।
- पेट में भारीपन, दर्द और सूजन की दिक्कत बने रहना।
- एसिड गले तक आने से जलन और सूखी खांसी।
- मतली और उल्टी की समस्या या बार-बार जी मिचलाना