सुबह 9 बजकर 44 मिनट पर सेंसेक्स 487.61 (0.60%) अंक चढ़कर 81,443.51 के स्तर पर पहुंच गया। दूसरी ओर, निफ्टी 166.50 (0.68%) अंक उछलकर 24,776.20 पर पहुंच गया।

हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार में हरियाली दिखी। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 219.05 अंक चढ़कर 81,171.04 पर पहुंचा; निफ्टी 111.2 अंक चढ़कर 24,720.90 पर पहुंच गया। शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 15 पैसे गिरकर 86.10 पर आ गया। सुबह 9 बजकर 44 मिनट पर सेंसेक्स 487.61 (0.60%) अंक चढ़कर 81,443.51 के स्तर पर पहुंच गया। दूसरी ओर, निफ्टी 166.50 (0.68%) अंक उछलकर 24,776.20 पर पहुंच गया।

आईटी शेयरों में दिखी खरीदारी, एशियाई शेयर बाजार में भी मजबूती

प्रमुख आईटी शेयरों में खरीदारी और एशियाई शेयर बाजारों में मजबूती के रुख के चलते शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी दर्ज की गई। कारोबार की सपाट शुरुआत के बाद 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स बाद में उछलकर 219.05 अंक चढ़कर 81,171.04 अंक पर पहुंच गया। वहीं एनएसई निफ्टी 111.2 अंक चढ़कर 24,720.90 अंक पर पहुंच गया।

बाद में दोनों बेंचमार्क सूचकांकों में तेजी जारी रही। बीएसई बेंचमार्क सूचकांक 411.60 अंक बढ़कर 81,363.59 पर और निफ्टी 145.15 अंक बढ़कर 24,755.75 पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स की कंपनियों में इटरनल, इंफोसिस, एचसीएल टेक, पावर ग्रिड, आईटीसी, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा और नेस्ले सर्वाधिक लाभ में रहीं। सन फार्मा और महिन्द्रा एंड महिन्द्रा पिछड़ गए।

गुरुवार को अमेरिकी बाजार सपाट बंद हुआ

एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 सूचकांक, शंघाई का एसएसई कम्पोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे। गुरुवार को अमेरिकी बाजार मोटे तौर पर सपाट बंद हुए।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा, “मार्च के निचले स्तरों से 14 प्रतिशत की गिरावट के बाद बाजार को दिशा पाने में संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि एफआईआई की सतत खरीदारी, जिसने इस तेजी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, अब खत्म हो गई है। इस महीने की 20 और 22 तारीख को एफआईआई की बड़ी बिकवाली से संकेत मिलता है कि यदि वैश्विक माहौल प्रतिकूल हुआ तो एफआईआई फिर से बिकवाली कर सकते हैं।” उन्होंने कहा कि बाजार के नजरिए से अच्छी बात यह है कि भारत की मजबूत वृहद आर्थिक स्थिति, विशेषकर लचीली वृद्धि तथा घटती मुद्रास्फीति और ब्याज दरें हैं।

ब्रेंट क्रूड 0.59 प्रतिशत गिरकर 64.06 डॉलर प्रति बैरल पर

विजयकुमार ने कहा, “जब बाजार कमजोर होता है, तब भी घरेलू मांग आधारित क्षेत्र जैसे वित्तीय, दूरसंचार, विमानन आदि लचीले रहते हैं। यह आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल और इंटरग्लोब एविएशन जैसे बड़े खिलाड़ियों के शेयर में मजबूती से यह जाहिर होता है।” वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.59 प्रतिशत गिरकर 64.06 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 5,045.36 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। बीएसई सेंसेक्स गुरुवार को 644.64 अंक या 0.79 प्रतिशत गिरकर 80,951.99 पर बंद हुआ। निफ्टी 203.75 अंक या 0.82 प्रतिशत गिरकर 24,609.70 पर बंद हुआ।