नाना पाटेकर स्टारर फिल्म ‘वनवास’ में अनिल शर्मा के बेटे उत्कर्ष शर्मा भी मुख्य किरदार में नजर आएंगे। यहां पढ़ें अनिल शर्मा की अमर अजाला के साथ खास बातचीत के मुख्य अंश
‘गदर’ और ‘गदर 2’ जैसी एक्शन ब्लॉकबस्टर फिल्में बनाने वाले निर्देशक अनिल शर्मा अब दर्शकों के लिए फैमिली ड्रामा ‘वनवास’ लेकर आ रहे हैं। यह फिल्म 20 दिसंबर को प्रदर्शित होगी। नाना पाटेकर स्टारर इस फिल्म में अनिल के बेटे उत्कर्ष शर्मा भी मुख्य किरदार में नजर आएंगे। सोमवार को डायरेक्टर अनिल शर्मा अमर अजाला के न्यूजरूम में आए और फिल्मों पर बात की। पढ़ें, उनसे बातचीत के मुख्य अंश
जिनकी कहानियां बड़े पर्दे पर ‘गदर’ मचाती हैं वो ‘वनवास’ की बात क्यों कर रहे हैं?
घर-घर में वनवास है। ‘गदर 2’ के बाद मैं ‘गदर 3’ शूट कर लेता तो मेरे लिए यह बहुत आसान होता, लेकिन बीते कुछ वक्त से हम यह देख रहे हैं कि हर घर में वनवास जैसी स्थिति पैदा हो गई है। हर बुजुर्ग आदमी वनवासी की तरह रह रहा है। ऐसा नहीं कि बच्चे उनसे प्यार नहीं करते, लेकिन बस उनके पास माता-पिता के लिए समय नहीं है।
आपने मथुरा का जिक्र किया। क्या आपके मन में वहां की कोई स्मृति थी?
वृंदावन में हजारों वृद्ध और विधवा औरतें हैं, जिन्हें उनके घर वालों ने वहां छोड़ दिया। अभी महाकुंभ आ रहा है, जो बेहद खूबसूरत होता है, लेकिन इसका एक दुखद पहलू भी है।
कुंभ में हर बार कुछ ऐसे लोग भी आते हैं, जो अपने घर के बुजुर्गों को वहां छोड़ जाते हैं, इसलिए मैंने सोचा कि ‘गदर 2’ के बाद एक पारिवारिक फिल्म बनाएं। एक्शन के माहौल में यह फिल्म बसंत की बहार की तरह होगी।
ऐसी फिल्म समाज के लिए जरूरी है। वक्त की धूल हम पर जम गई है और व्यस्तता की धूल में हम रम गए हैं। हम अपने बुजुर्गों की देखभाल नहीं कर पा रहे। मैं उस धूल को आपके चेहरे से हटाकर आईने में आपको हकीकत दिखाना चाहता हूं, ताकि बच्चे अपने बुजुर्गों के लिए वक्त निकाल सकें।