चिरकुंडा : ईसीएल मुगमा क्षेत्र के कुमारधुबी कोलियरी का मोटर जल जाने से विगत 15 दिन से पूरे कोलियरी क्षेत्र में जलापूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। प्रबंधन के उपेक्षा के कारण कोलियरी के कर्मचारियों व अन्य लोगों ओ काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
साथ ही प्रबंधन की लापरवाही कहे या प्रबंधन नहीं चाह रहे है कि कोलियरी क्षेत्र में जलापूर्ति प्रारंभ हो। जला मोटर बनाने आज नौ दिन बीत गया। फिर भी मोटर का मरम्मत नहीं हो सका। पूर्व में पूरे कोलियरी क्षेत्र में बराकर नदी से जलापूर्ति होती थी। लेकिन बाद में पेशर फिल्टर प्लांट लग जाने के बाद बराकर नदी के बजाय भूमिगत खदान से निकलने वाले पानी को फिल्टर कर पूरे आवासीय क्षेत्र में जलापूर्ति करने का प्रबंधन ने निर्णय लिया।
लेकिन करीब पचास से साठ लाख रूपये खर्च कर फिल्टर प्लांट का निर्माण किया गया। लेकिन एक दिन भी फिल्टर प्लांट नहीं चला। जिसके बाद प्रबंधन द्वारा सीधे खदान का पानी कोलियरी के आवासों में जलापूर्ति किया जाने लगा। फिर भी लोग संतुष्ट हो गए। खदान के पानी से लोग नहाने व कपड़ा धोने का इस्तेमाल करने लगे। लेकिन प्रबंधन की लापवाही के कारण कर्मचारियों को नियमित खदान का पानी भी नसीब नहीं हो रहा है।
कर्मचारी प्रबंधन के डर से विरोध भी नहीं कर पा रहे है। वहीं श्रमिक संगठनों को कर्मचारियों के सुख दुख से कोई लेना नहीं है । केवल उनकी दुकानदारी चलना चाहिए। कर्मचारियों व श्रमिक संगठनों की निष्क्रियता का फायदा प्रबंधन उठा रहे है।
आरओ प्लांट भी है बंद : कर्मचारियों को शुद्धजल की आपूर्ति के उच्च प्रबंधन द्वारा कुमारधुबी कोलियरी में करीस 30 लाख की लागत से आर ओ प्लांट का निर्माण किया गया।
लेकिन प्रबंवन की लापरवाही के कारण विगत 15 दिनों से मामूली गड़बड़ी के कारण आरओ प्लांट भी बंद है। अब कोलियरी के लोगों को पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है।