बिहार/पटना : सुरक्षित एवं संरक्षित रेल परिचालन पूर्व मध्य रेल की पहली प्राथमिकता है, इसे सुदृढ़ करने के लिए सतत् सुधार एवं आधुनिक तकनीकी का समावेश किया जाता है।
बरसात के इस मौसम में महत्वपूर्ण पुलों पर नदियों का जलस्तर की निगरानी के लिए समस्तीपुर मंडल के गंगा, कोसी, बुढ़ी गंडक, बागमती, करेह, कमला, कुशहा आदि नदियों पर, सोनपुर मंडल के गंगा, गंडक, कोसी, बुढ़ी गंडक नदियों पर, दानापुर मंडल के गंगा, किउल, सोन, पुनपुन, कर्मनाशा, सकरी नदियों पर, पं.दीन दयाल उपाध्याय मंडल के सोन एवं कर्मनाशा नदियों तथा धनबाद मंडल के दामोदर, कोयल, रिहंद नदियों एवं तिलैया डैम पर बने रेल पुलों पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाये गये हैं। इस सिस्टम से जलस्तर की जानकारी आटोमेटेड एस.एम.एस. के माध्यम से संबंधित अधिकारी को प्राप्त होती है।
आधुनिक वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम के लग जाने से नदियों पर बने रेल पुलों पर वाटर लेवल की सूचना मिलना आसान हो गया है। इस सिस्टम में सोलर पैनल से जुड़ा एक सेंसर होता है, जिसमें एक चिप भी लगी होती है। यह सेंसर ट्रैक मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ा होता है।
प्रतिदिन नियमित अंतराल पर नदियों के जलस्तर की जानकारी संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों के मोबाइल नंबर पर एस.एम.एस. के माध्यम से मिल जाती है। फलस्वरूप समय पर नदी के जल स्तर की सूचना मिलने से त्वरित कार्यवाही कर रेलपथ को संरक्षित करना आसान हो जाता है।