धनबाद/झारखण्ड : पूर्व डिप्टी मेयर व कांग्रेस नेता नीरज सिंह सहित चार लोगों की हत्या के सात साल बीत चुके हैं। सात सालों से धनबाद की जनता फैसले के इंतजार में है। सभी पूछ रहे हैं कि आखिर कोर्ट का फैसला कब आएगा।
26 महीने पहले 25 जनवरी-2022 को ही अभियोजन पक्ष की गवाही पूरी हो चुकी है। अभियोजन ने इस कांड में 37 गवाहों को पेश किया। चार अगस्त-2022 से अबतक 96 तारीखें पड़ चुकी हैं। इन 96 तारीखों में बचाव पक्ष की ओर से सिर्फ चार गवाहों की ही गवाही कराई जा सकी। आज 23 मार्च है।

सात साल पहले 2017 में 21 मार्च को ही सरायढेला के स्टील गेट में सरेआम कांग्रेस नेता नीरज सिंह सहित चार लोगों को गोलियों से भून कर उनकी नृशंस हत्या कर दी गई थी। नीरज हत्या में पुलिस ने झरिया के पूर्व विधायक व नीरज के चचेरे भाई संजीव सिंह सहित 12 लोगों के खिलाफ चार्जशीट सौंपी है।

शूटर अमन सिंह की जेल में हो गई हत्या

यूपी के आंबेडकर नगर का गैंगस्टर अमन सिंह को नीरज सिंह की हत्या के मामले में ही पकड़ कर धनबाद लाया गया था। साढ़े पांच साल तक झारखंड के अलग-अलग जेल में बंद रहने के बाद अमन सिंह की तीन दिसंबर 2023 को धनबाद जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई। सीआईडी ने पूरे मामले में पिछले दिनों रांची सीआईडी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। लेकिन अभी तक जांच ही हो रहा है।

न्यायिक हिरासत में रिम्स में इलाजरत हैं संजीव सिंह

नीरज सिंह की हत्या के मामले में संजीव सिंह 11 अप्रैल 2017 से ही न्यायिक हिरासत में हैं। हिरासत में उनकी तबीयत कई बार बिगड़ चुकी है। रिम्स के मेडिकल बोर्ड की सलाह और हाईकोर्ट के आदेश पर संजीव सिंह का दिल्ली एम्स में भी इलाज हुआ। रांची रिम्स में संजीव सिंह न्यायिक हिरासत में अपना इलाज करा रहे हैं। अमन सिंह की हत्या के बाद तीन शूटर सहित अन्य आरोपियों को अलग-अलग जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।