धनबाद: अमावस्या तिथि पितरों को प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम दिन माना जाता है. क्योंकि नाराज पितर जातक के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं. इसका बुरा असर वंश पर भी पड़ता है. इसलिए, अमावस्या के दिन पितर को प्रसन्न करना आवश्यक है. अगर पितर प्रसन्न हो जाएं तो घर में सुख-समृद्धि की वृद्धि होगी. हमेशा खुशहाली रहेगी. इसलिए अमावस्या के दिन ये काम जरूर करें, ताकि आपके पितर सदा प्रसन्न रहें.


प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित प्रभाकर मिश्र ने ‘न्यूज़ फास्ट’ को बताया कि 5 जुलाई को आषाढ़ अमवास्या है. अमावस्या तिथि में पितृ को स्मरण करना चाहिए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए. क्योंकि पितृ के प्रसन्न रहने से घर में सुख समृद्धि की वृद्धि होती है और वंश पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.

लेकिन, पितृ नाराज हो जाएं तो इसका बुरा प्रभाव घर पर पड़ता है. वहीं, पितृ को प्रसन्न करने के लिए अमावस्या के दिन दीया जरूर जलाएं.
जान लें दीया जलाने की विधि
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अमावस्या के दिन पितर धरती पर आते हैं. उनके नाम से तर्पण, भोजन, श्राद्ध, हवन इत्यादि अवश्य करें. यदि ये सब न भी कर पाएं तो अमावस्या के दिन प्रदोष काल मे पितर के नाम से तिल का तेल पीपल वृक्ष के नीचे जरूर जलाएं. पीपल वृक्ष में सभी देवों का वास रहता है. इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देकर वापस लौट जाते हैं.