धनबाद/झारखण्ड: धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो के समर्थकों ने जमीन विवाद में चार दिन पहले बाघामारा की चिटाही बस्ती की महिलाओं के साथ मारपीट की थी. पीड़ित पक्ष के समर्थन में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय रविवार को धनबाद पहुंचे।
उन्होंने एसआईटी गठित कर पूरे मामले की जांच कराने की मांग की. धनबाद जिला प्रशासन पर अविश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इस मामले में वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर एसआईटी गठन की मांग करेंगे. केवल एक्स पर प्रतिक्रिया देकर एफआईआर करवा देना ही काफी नहीं है.
मुख्यमंत्री को यह भी बताना होगा कि एसआईटी कितने दिनों में अपनी जांच रिपोर्ट देगी. इसके साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मिलकर कार्रवाई की मांग करेंगे. मालूम हो कि ढुल्लू महतो के समर्थकों की मारपीट में डोमन महतो की पत्नी नीरा देवी, बेटी व घर की दो अन्य महिलाएं घायल हो गईं.
गंभीर रूप से घायल नीरा देवी का एसएनएमएमसीएच में इलाज चल रहा है. उनके खेत पर बुलडोजर चला दिया था. मुख्यमंत्री ने इस मामले में संज्ञान लेकर डीसी और डीजीपी को जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया था, इसके बाद एफआईआर दर्ज की गई.
धनबाद परिसदन में आयोजित प्रेसवार्ता में सरयू राय ने कहा कि सांसद के समर्थकों ने जिस प्रकार डोमन महतो के परिवार के साथ मारपीट की है, यह घटना रोंगटे खड़े करने वाली है.पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस मामले में बरोरा थाना प्रभारी की भूमिका शर्मनाक है. घायल महिला तड़पती रही और थाना प्रभारी मोबाइल देखते रहे. घायल को अस्पताल ले जाना भी जरूरी नहीं समझा. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को हर कानूनी सहायता मुहैया कराएंगे. जरूरत पड़ी तो मुकदमा लड़ने के लिए क्राउड फंडिंग कराएंगे.
सरयू राय ने कहा कि गवाहों को सुरक्षा देना प्रशासन की जिम्मेदारी है. यहां के वरिष्ठ अधिवक्ता से सलाह ली है. उनके आधार पर न्यायालय में पिटीशन दायर किया जाएगा कि जमीन विवाद में डोमन महतो के गवाही देने के कारण उनके परिवार के साथ मारपीट की गई है. कोर्ट से यह भी मांग की जाएगी कि डोमन ने जिस मामले में गवाही दी थी, उसमें शामिल सभी गवाहों को प्रशासन से सुरक्षा दिलवाए. जिस प्रकार लहलहाती फसल को रौंद दिया गया और दुकान तोड़ दी गई, यह मामला मानवाधिकार से जुड़ा है.
सरयू राय ने चिटाही धाम रामराज मंदिर की जांच धार्मिक न्यास बोर्ड से कराने की मांग की. कहा कि बोर्ड मंदिर की जमीन के साथ ही इसके निर्माण में आए खर्च का हिसाब करे. मंदिर के नाम पर कितनी जमीन जबर्दस्ती कब्जा की गई है, इसकी भी जांच होनी चाहिए.
रयू राय ने भाजपा नेताओं से सवाल करते हुए कहा कि वह अपना पक्ष साफ करें कि वह अत्याचारी के साथ हैं, या पीड़ित के साथ. भाजपा नेताओं को यह बताना होगा कि उनके सांसद जो कर रहे हैं वह सही है या गलत. चुनाव का समय है, इसलिए भाजपा यह बताए कि क्या सांसद पंडित दीनदयाल उपाध्याय के बताए सिद्धांत पर चल रहे हैं
झारखंड के प्रभारियों को यह स्पष्ट करना होगा.
भारतीय जनतंत्र मोर्चा के सुप्रीमो सरयू राय ने शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. रविवार को धनबाद में उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी के झारखंड की 30 सीटों पर जदयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की प्रबल संभावना है. यह पहले दौर की बैठक थी. सभी संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है. झारखंड में जदयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के साथ ही जदयू में विलय की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।