सरहद पार से कई कलाकार, संगीतकार, गायक हिंदी फिल्मों में काम करके चर्चा में आए। इन्हीं कलाकारों में से एक गायक आतिफ असलम भी हैं। इस उम्दा पाकिस्तानी गायक का आज जन्मदिन (12 मार्च 1983) है। इस मौके पर जानिए आतिफ असलम के गायक बनने की यात्रा के बारे में।
साल 2005 में एक हिंदी फिल्म रिलीज हुई ‘जहर’, इसमें एक गाना खूब मशहूर हुआ, दर्शकों की जुबान पर यह गाना चढ़ गया। इस गाने को पाकिस्तानी गायक आतिफ असलम ने गाया था, गाने के बोले थे ‘वो लम्हें वो बातें…’। इस गाने के अलावा भी आतिफ असलम ने कई बॉलीवुड फिल्मों में बेहतरीन गीत गाए। वह पाकिस्तान और हिंदुस्तान दोनों ही जगह संगीत प्रेमियों के पसंदीदा गायक बन गए। जानिए, इस गायक की संगीत यात्रा कैसे शुरू हुई?
पहले बनना चाहते थे क्रिकेटर
पाकिस्तान के वजीराबाद में जन्मे आतिफ असलम एक मध्यवर्गीय परिवार में पले-बढ़े हैं। आतिफ के अम्मी-अब्बू चाहते थे कि वो डॉक्टर बने। लेकिन आतिफ के सपने बिल्कुल अलग थे। वह पहले क्रिकेटर बनने की चाहत रखते थे। पाकिस्तान की अंडर 19 क्रिकेट टीम में उनका चयन भी हो गया था। वह एक गेंदबाज बनना चाहते थे। लेकिन अचानक उनका मन बदला, अब वह एक गायक बनना चाहते थे। उनके गायिकी के हुनर के बारे में परिवार वालों को आतिफ के दोस्त ने बताया था।
जल म्यूजिक बैंड से हुए मशहूर
आतिफ असलम ने जब पूरी तरह से ठान लिया कि वह संगीत की दुनिया में ही अलग मुकाम बनाएंगे तो वह एक संगीत समूह यानी म्यूजिक ग्रुप ‘जल’ का हिस्सा बने। आतिफ का पहला गाना ‘आदत’ रिलीज हुआ और हिट हो गया। आगे चलकर वह जल बैंड से अलग हो गए। आतिफ ने अपना पहला एल्बम ‘जल परी’ साल 2004 में निकाला, यह भी खूब मशहूर हुआ। इसके बाद साल 2006 में उन्होंने दूसरा एल्बम ‘दूरी’ रिलीज किया। आतिफ का तीसरा एल्बम ‘मेरी कहानी’ 2008 में आया। ये सभी एल्बम सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं, हिंदुस्तान भी खूब पसंद किए गए। भारत में आतिफ की गायिकी को पसंद करने वालों की संख्या बढ़ने लगी। आतिफ असलम गायिकी के अलावा संगीत निर्देशक और गीतकार के तौर पर भी सक्रिय रहे हैं।
बॉलीवुड फिल्मों में पसंद किए गए गाने
आतिफ असलम अपने संगीत एल्बम के जरिए हिंदुस्तान में मशहूर हो चुके थे। ऐसे में उन्हें बॉलीवुड से भी मौके मिलने लगे। आतिफ को हिंदी फिल्मों में गाने का मौका मिला। फिल्म ‘जहर (2005)’ में उन्होंने ‘वो लम्हें वो बातें…’ गाना गाया, यह बॉलीवुड में आतिफ का पहला गीत था। इसके बाद उन्होंने ‘कलयुग(2005)’ फिल्म में ‘जुदा होके भी…’ गाना गाया। इन गीतों ने आतिफ को भारतीय संगीत प्रेमियों के बीच और भी ज्यादा मशहूर कर दिया। इसके बाद लगातार वह कई हिंदी फिल्मों के लिए गाने गाते रहे, जिन्हें दर्शकों ने खूब पसंद किया। लेकिन पुलवाम में आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में खटास बढ़ गई, इसके बाद पाकिस्तानी कलाकारों का भी भारतीय फिल्मों में काम करना लगभग बंद हो गया। इसके बाद आतिफ अपने म्यूजिक एल्बम में फिर से काम करने लगे। इन दिनों भी वह ‘बॉर्डरलेस वर्ल्ड’ नाम के संगीत कार्यक्रम को बढ़ावा दे रहे हैं, दुनिया भर के गायकों को एक मंच पर लाने का प्रयास करते हैं।
पाकिस्तानी फिल्मों में अभिनय किया
आतिफ असलम अच्छे गायक होने के अलावा एक उम्दा अभिनेता भी हैं। उन्होंने साल 2011 में पाकिस्तानी फिल्म ‘बोल’ के जरिए अभिनय की दुनिया में कदम रखा था। इस फिल्म में कई सामाजिक मुद्दों को उठाया गया। फिल्म में आतिफ असलम की जोड़ी अभिनेत्री माहिर खान के साथ बनी थीं। इस फिल्म को पाकिस्तान ही नहीं हिंदुस्तान भी में भी काफी सराहा गया था। आतिफ असलम ने साल 2022 में पाकिस्तानी सीरीज ‘संग-ए-मह’ में भी काम किया था।
आतिफ असलम का निजी जीवन
संगीत से हटकर गायक आतिफ असलम के निजी जीवन की बात की जाए तो उन्होंने साल 2013 में सारा नाम की महिला से निकाह किया। इनके तीन बच्चे हैं, दो बेटे और एक बेटी। आतिफ अपनी सफलता का श्रेय अपनी पत्नी सारा को अकसर देते हैं।