हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 624.82 अंक या 0.76 प्रतिशत गिरकर 81,551.63 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 174.95 अंक या 0.70 प्रतिशत गिरकर 24,826.20 पर आ गया। आइए जानते हैं, बाजार का विस्तृत हाल।

भारी भरकम शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार में नरमी

30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स उतार-चढ़ाव भरे सत्र में 624.82 अंक या 0.76 प्रतिशत गिरकर 81,551.63 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान, यह 1,054.75 अंक या 1.28 प्रतिशत गिरकर 81,121.70 पर आ गया। सेंसेक्स के 25 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि पांच शेयरों में तेजी दर्ज की गई। 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 174.95 अंक या 0.70 प्रतिशत गिरकर 24,826.20 पर आ गया। पहली छमाही में सूचकांक में तेज उतार-चढ़ाव देखने दिखा और भारी भरकम शेयरों में लगातार मुनाफावसूली के कारण सूचकांक लाल निशान पर बंद हुआ। पिछले दो सत्रों में प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग 1.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

सेंसेक्स में अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट  

बजार से जुड़े जानकारों के अनुसार बुधवार को अप्रैल माह के औद्योगिक और विनिर्माण उत्पादन के आंकड़े जारी होने है। इस सप्ताह के अंत में पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद के आंकड़े भी आने हैं। इसे देखते हुए पहले निवेशक पहले से ही सतर्कता बरत रहे हैं। सेंसेक्स के 30 शेयरों की बात करें तो अल्ट्राटेक सीमेंट में सबसे अधिक 2.21 फीसदी की गिरावट आई, वहीं आईटीसी के शेयर 2.01 फीसदी तक फिसल गए। टाटा मोटर्स, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और इटरनल के शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुए। हालांकि, इंडसइंड बैंक, सन फार्मा, अदाणी पोर्ट्स, नेस्ले और एशियन पेंट्स के शेयर हरे निशान पर बंद होने में सफल रहे।

बाजार में जारी दो दिन की बढ़त थमी

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव देखा गया और दो दिन की तेजी थम गई। निवेशकों ने मूल्यांकन संबंधी चिंताओं और एशियाई बाजारों में कमजोरी के कारण मुनाफावसूली का विकल्प चुना।” नायर ने कहा कि चौथी तिमाही की आय अनुमान से बेहतर रहने तथा प्रीमियम मूल्यांकन में नरमी के कारण मिड-कैप और स्मॉल-कैप खंड अपेक्षाकृत लचीले बने रहे।बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 0.19 प्रतिशत तथा मिडकैप सूचकांक में 0.18 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। क्षेत्रीय सूचकांकों में एफएमसीजी में 0.79 प्रतिशत, आईटी में 0.71 प्रतिशत, बीएसई फोकस्ड आईटी में 0.68 प्रतिशत, ऑटो में 0.66 प्रतिशत, बैंकेक्स में 0.60 प्रतिशत, यूटिलिटीज में 0.57 प्रतिशत तथा धातु में 0.52 प्रतिशत की गिरावट आई। स्वास्थ्य सेवा, उद्योग, दूरसंचार, पूंजीगत सामान, रियल्टी और उपभोक्ता टिकाऊ सामान क्षेत्र में लाभ रहा।

वैश्विक बाजार में दिखा मिला-जुला रुख

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, “हम इस समय मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच तेजड़ियों और मंदड़ियों के बीच रस्साकशी देख रहे हैं। हालांकि, अच्छे मानसून और मजबूत वृहद आर्थिक आंकड़ों जैसे अनुकूल घरेलू कारक सकारात्मक माहौल बनाए रखने में मदद कर रहे हैं।” एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक नकारात्मक क्षेत्र में बंद हुआ जबकि जापान का निक्केई 225 सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग बढ़त के साथ बंद हुआ। यूरोप के बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। मेमोरियल डे के कारण सोमवार को अमेरिकी बाजार बंद रहे।

ब्रेंड क्रूड में दिखी मामूली बढ़त

एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 135.98 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.51 प्रतिशत बढ़कर 65.07 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इससे पहले, सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 455.37 अंक या 0.56 प्रतिशत बढ़कर 82,176.45 पर बंद हुआ था। निफ्टी 148 अंक या 0.60 प्रतिशत चढ़कर 25,001.15 पर बंद हुआ था।