अपने बाएं घुटने पर भारी पट्टी बांधकर शमी ने गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल की निगरानी में शुरुआत में छोटे रनअप के साथ धीमी गेंदबाजी की और फिर पूरे रनअप के साथ गेंदबाजी की गति को बढ़ाया।
भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ सफेद गेंद की सीरीज के शुरुआती मैच से पहले रविवार को यहां जब अपने तीन घंटे के अभ्यास सत्र के लिए एकत्र हुई तो सभी की नजरें तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पर थी। चोट के कारण 14 महीने के लंबे अंतराल पर राष्ट्रीय टीम में वापसी करते हुए शमी ने एक घंटे से अधिक समय तक पूरी लय में गेंदबाजी की।
अपने बाएं घुटने पर भारी पट्टी बांधकर शमी ने गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल की निगरानी में शुरुआत में छोटे रनअप के साथ धीमी गेंदबाजी की और फिर पूरे रनअप के साथ गेंदबाजी की गति को बढ़ाया। उन्होंने लगभग एक घंटे तक गेंदबाजी करने के बाद क्षेत्ररक्षण अभ्यास में भी हिस्सा लिया। शमी की फिटनेस को लेकर संदेह था। उन्होंने अभिषेक शर्मा और तिलक वर्मा जैसे युवा बल्लेबाजों को अपनी गति और सटीक लाइन लेंथ से परेशान कर हर तरह की चिंताओं को दूर किया।