30 शेयरों वाला बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स मंगलवार को 1,018.20 (1.31%) अंक गिरकर 76,293.60 के स्तर पर बंद हुआ। दूसरी ओर, निफ्टी 309.80 (1.32%) अंक टूटकर 23,071.80 पर पहुंच गया। हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन जोमैटो के शेयर पांच प्रतिशत जबकि श्रीराम फाइनेंस के शेयर चार प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए। आइए जानें बाजार का पूरा हाल।
घरेलू शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला लगातार पांचवें दिन भी जारी रहा। इस दौरान बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 9.3 लाख करोड़ रुपये घटकर 408.52 लाख करोड़ रुपये हो गया। पांच दिनों में शेयर निवेशकों की पूंजी 16.97 लाख करोड़ रुपये घट गई। शेयर बाजारों में कमजोरी के रुख के चलते बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण पांच दिनों में 16,97,903.48 करोड़ रुपये घटकर 4,08,52,922.63 करोड़ रुपये (4.70 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर) रह गया।
विदेशी पूंजी निकासी और अमेरिका की ओर से नए टैरिफ लगाए जाने के बाद व्यापार युद्ध की आशंका फिर से बढ़ने के बीच मंगलवार को प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,018.20 अंक या 1.32 प्रतिशत गिरकर दो सप्ताह के निचले स्तर 76,293.60 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 1,281.21 अंक या 1.65 प्रतिशत गिरकर 76,030.59 पर आ गया। एनएसई निफ्टी 309.80 अंक या 1.32 प्रतिशत टूटकर 23,071.80 अंक पर आ गया, जिसमें 44 शेयर गिरावट के साथ तथा छह लाभ के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से जोमैटो में 5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, लार्सन एंड टूब्रो, कोटक महिंद्रा बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी में सबसे अधिक गिरावट रही। सेंसेक्स के शेयरों में भारती एयरटेल एकमात्र लाभ में रही।
पांच दिनों में लगभग तीन प्रतिशत तक गिरे सेंसेक्स और निफ्टी
पिछले पांच दिनों में बीएसई का सूचकांक 2,290.21 अंक या 2.91 प्रतिशत गिरा है, जबकि निफ्टी 667.45 अंक या 2.81 प्रतिशत गिरा है। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 2,463.72 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “अमेरिकी व्यापार नीतियों और शुल्कों को लेकर जारी अनिश्चितता, घरेलू आर्थिक वृद्धि की चिंताओं और एफआईआई की लगातार बिकवाली के कारण बाजार की धारणा कमजोर हो रही है। मांग संबंधी चिंताओं और ऊंचे मूल्यांकन के कारण मिड और स्मॉलकैप शेयरों में भारी गिरावट आई है।”
वैश्विक बाजार में भी दिखा नरम रुख
बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 3.40 प्रतिशत तथा मिडकैप सूचकांक में 2.88 प्रतिशत की गिरावट आई। एशियाई बाजारों में शंघाई और हांगकांग में गिरावट रही जबकि सियोल में तेजी रही। यूरोपीय बाजार अधिकतर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार सोमवार को सकारात्मक दायरे में बंद हुए।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.15 प्रतिशत बढ़कर 76.74 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। सोमवार को सेंसेक्स 548.39 अंक या 0.70 प्रतिशत गिरकर सप्ताह के निचले स्तर 77,311.80 पर बंद हुआ। निफ्टी 178.35 अंक या 0.76 प्रतिशत गिरकर 23,381.60 पर बंद हुआ।