कहावत है कि लालच बूरी बला है। यह कहावत पंजाब के कपूरथला में एक सरकारी टीचर ने साबित कर दी। क्योंकि शिक्षक ने मोटी रकम कमाने के चक्कर में लगभग 14 लाख रुपये गंवा दिए। 

पंजाब के कपूरथला में सरकारी स्कूल शिक्षक को शेयर मार्केट के नाम पर लाखों रुपये का चूना लग गया। सरकारी स्कूल में कंप्यूटर टीचर को शेयर मार्केट निवेश के लिए आए लिंक पर क्लिक करना महंगा पड़ा। एक ही हफ्ते में टीचर से वेस्ट बंगाल की फर्म ने 13.80 लाख रुपये की मोटी रकम हड़प ली। यहीं नहीं, कंप्यूटर टीचर ने मोटा मुनाफा कमाने के चक्कर में खुद की रकम के साथ-साथ दोस्तों-रिश्तेदारों से भी लाखों रुपये उधार लेकर झोंक डाले। 

थाना साइबर क्राइम की पुलिस ने वेस्ट बंगाल की फर्म समेत दो के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की धरपकड़ तेज कर दी है। वहीं, एसएसपी कपूरथला गौरव तूरा ने कहा कि सोशल मीडिया पर आने वाले ऐसे किसी भी अनाधिकृत निवेश लिंक पर क्लिक करने से गुरेज करें। उन्होंने कहा कि लोग इजी मनी कमाने के तरीकों के झांसे से बचें।

एसएसपी कपूरथला को दी शिकायत में सुखवंत सिंह निवासी भुलत्थ जिला कपूरथला ने बताया कि वह शिक्षा विभाग में सरकारी हाई स्कूल भदास में बतौर कंप्यूटर टीचर है। उसे बीते वर्ष 10 जून को मोबाइल पर वाट्सअप के जरिये लादिया शर्मा नाम के व्यक्ति का एक मैसेज आया। जिसने उसे शेयर मार्केट के संदर्भ में पूछा तो उसने हां कह दिया। इसके बाद उसे शेयर मार्केट संबंधी मैसेज आने लगे। 

वाट्सएप ग्रुप में किया ऐड
शुरुआत में तो उसने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। फिर कुछ दिन बाद 05 जुलाई को उसे शेयर मार्केट से संबंधित मैसेज के साथ एक लिंक आया। उसे लिंक में अपनी डिटेल भरने के लिए कहा गया, जिससे वह शेयर मार्केट के स्टॉक ले सके। फिर उसे पैसे ऐड करने के लिए बैंक खाता और आईएफएससी कोड भेजा गया और उसके मोबाइल नंबर को एक वाट्सअप ग्रुप में ऐड कर लिया गया। इस दौरान उसकी स्टॉक संबंधी बातचीत होती रही। इन लोगों ने उसे पैसे निवेश करने के लिए झांसे में ले लिया। फिर इन लोगों के कहने मुताबिक 08 जुलाई से 19 जुलाई तक उसने खुद की रकम के अलावा अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से उधार लेकर करीब 13.80 लाख रुपये की रकम इनवेस्ट कर दी। 

पेमेंट करने के लिए मिलने लगी धमकियां
रोज उसे अलग-अलग तरीके से स्टॉक खरीदने और बेचने के लिए कहा जाने लगा। स्टॉक बेचने के बाद उसकी रकम उसकी आईडी में शो होने लगती। उसे बार-बार पैसे ऐड करने के लिए कहा जाने लगा तो वह पैसे ऐड करता गया। फिर 21 जुलाई को उसकी बनाई आडी में एक कंपनी के आईपीओ शो होने लगा, जिसकी कीमत 50-60 लाख रुपये से ऊपर थी। जिसे खरीदने के लिए उसे विवश किया जाने लगा। उसके इनकार करने पर उक्त लोग उसे पेमेंट करने के लिए धमकियां देने लगे कि उसकी आईडी में रखे सारे स्टॉक सेल करके रिकवरी करेंगे और कानूनी कार्रवाई अमल में लाएंगे। 

आरोपियों ने आईडी बैलेंस कर दिया खाली
इतना सब होने के बाद उसे समझ आ गया कि उसके साथ फ्रॉड हुआ है। उसकी आईडी का बैलेंस खाली कर दिया गया। जब उसने कंपनी के मोबाइल नंबर पर नेटवर्क और वाट्सअप कॉल करनी चाही तो दोनों कॉल नहीं लग रही है। उसने एसएसपी से रकम वापस करवाने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है। एसएसपी ने मामले की जांच का जिम्मा थाना साइबर क्राइम की एसएचओ मनदीप कौर को सौंपा। साइबर क्राइम की पुलिस ने तथ्यों की जांच करने के बाद रिपोर्ट डीएसपी सीएडब्ल्यू को सौंपी, जिन्होंने डीए लीगल की सलाह लेने के बाद वेस्ट बंगाल की एक फर्म समेत दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

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