वैष्णव ने कहा कि अगले 3-4 वर्षों में भारत अपने खुद के GPU विकसित करेगा, जो वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में इन GPUs का उपयोग बेहद कम लागत (100 रुपये प्रति घंटे से भी कम) पर किया जा सकेगा।

भारत के इंडियाAI मिशन की पहली वर्षगांठ के मौके पर केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को इंडियाAI कंप्यूट पोर्टल और AI कोश डेटा सेट प्लेटफॉर्म सहित कई नई पहल लॉन्च कीं। इन कदमों का उद्देश्य देश में एआई इनोवेशन को बढ़ावा देना और तकनीक तक पहुंच को सरल बनाना है।

18,000 से ज्यादा GPUs की शक्ति
यह नया क्लाउड-आधारित पोर्टल छात्रों, स्टार्टअप्स, शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और सरकारी विभागों को 18,000 से अधिक GPUs, क्लाउड स्टोरेज और अन्य AI सेवाओं तक पहुंच प्रदान करेगा। इसके जरिए भारत का खुद का फाउंडेशनल मॉडल विकसित करने की तैयारी की जा रही है। वैष्णव ने बताया कि इस उद्देश्य के लिए 67 आवेदन प्राप्त हुए हैं।

उन्होंने चंद्रयान मिशन का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत ने बेहद कम लागत में चंद्रमा पर कदम रखा और इसी रणनीति के तहत अपना फाउंडेशनल मॉडल भी विकसित करेगा, जो अन्य देशों की तुलना में बेहद कम खर्चीला होगा।

AIKosha: भारत का अपना डेटा सेट प्लेटफॉर्म
AI कोश एक ऑल-इन-वन डेटा सेट प्लेटफॉर्म है, जो उच्च गुणवत्ता वाले गैर-व्यक्तिगत डेटा तक आसान पहुंच प्रदान करेगा। यह एआई मॉडल बिल्डरों और डेवलपर्स को भारत-केंद्रित AI मॉडल विकसित करने में मदद करेगा। इस प्लेटफॉर्म पर टूल्स, संसाधन और विशेषज्ञ मार्गदर्शन भी मिलेगा ताकि नई तकनीकी संभावनाओं को उद्योग समाधान में बदला जा सके।

वैष्णव ने कहा कि अगले 3-4 वर्षों में भारत अपने खुद के GPU विकसित करेगा, जो वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में इन GPUs का उपयोग बेहद कम लागत (100 रुपये प्रति घंटे से भी कम) पर किया जा सकेगा।

अन्य AI पहलें भी हुईं लॉन्च
इंडियाAI मिशन के तहत, MeitY सचिव एस. कृष्णन ने कहा कि कंप्यूट पोर्टल इस मिशन का सबसे बड़ा घटक है, और इसके लिए मिशन की कुल निधि का 45% हिस्सा आवंटित किया गया है। इसके अलावा, सरकार ने AI और पब्लिक सेक्टर अधिकारियों के लिए एक कौशल ढांचा (Competency Framework) और इंडिया AI स्टार्टअप्स ग्लोबल एक्सेलेरेशन प्रोग्राम भी लॉन्च किया। इंडिया AI फेलोशिप प्रोग्राम के तहत छात्रों को सम्मानित किया गया और 30 AI अनुप्रयोगों को विशेष पहचान दी गई।

AI मिशन के तहत 10 हजार करोड़ रुपये मंजूर
मार्च 2023 में कैबिनेट ने इंडियाAI मिशन के लिए 10,371.92 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी थी। यह मिशन पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए AI इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है और इसे डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन के तहत “इंडियाAI” स्वतंत्र व्यवसाय प्रभाग (IBD) द्वारा लागू किया जा रहा है। गौरतलब है कि 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में AI एक बड़ा भूमिका निभा सकता है और इंडियाAI मिशन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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