दिल्ली : रेल मंत्रालय भारतीय रेलवे नेटवर्क के सभी स्टेशनों पर यात्रियों को पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में रेल मंत्रालय द्वारा आगामी गर्मी के मौसम और संभावित हीट वेब के मद्देनजर स्टेशनों पर पेयजल की उपलब्धता की समीक्षा की गयी है और पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्रीय रेलों को निर्देश जारी किए गए हैं।

रेल मंत्रालय द्वारा क्षेत्रीय रेलों को जारी निर्देश में स्टेशनों पर उपलब्ध वॉटर कूलर सही ढंग से कार्य करने तथा यात्रियों की मांग के अनुरूप पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया गया है । इसके अलावा आवश्यकतानुसार महत्वपूर्ण स्टेशनों पर पानी के टैंकर की तैनाती भी की जाएगी ।

पूर्व मध्य रेल के सभी स्टेशनों पर यात्रियों को उत्तम पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है । यात्रियों की संख्या के मद्देनजर स्टेशनों पर पर्याप्त संख्या में वाटर टैब लगाए गए हैं । इसके अतिरिक्त पूर्व मध्य रेल के 84 स्टेशन पर 207 वाटर कूलर भी लगाए गए हैं । इसी तरह 85 स्टेशन पर 236 वाटर वेंडिंग मशीन का प्रावधान किया गया है । आवश्यकतानुसार इसमें वृद्धि भी की जा सकती है ।

स्टेशनों के सभी प्लेटफार्मों पर पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों द्वारा नियमिति रूप से निगरानी की जाएगी । पानी की कमी का सामना करने वाले क्षेत्रों में, रेलवे अधिकारी नगर निगमों/राज्य सरकारों के साथ समन्वय स्थापित कर वैकल्पिक रूप से पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे।

महिला समितियों (महिला स्वयं सहायता समूहों), गैर सरकारी संगठनों, स्काउट्स एंड गाइड और अन्य स्वयं सहायता समूहों के साथ सामंजस्य स्थापित कर विशेष रूप से सामान्य श्रेणी के कोचों के पास ठंडे पेयजल का वितरण सुनिश्चित किया जाएगा । रेल मंत्रालय के निर्देश के आलोक में स्टेशनों पर चौबीसों घंटे पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके और इसमें किसी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए रेल कर्मचारियों द्वारा निरंतर निगरानी की जाएगी ।

रेल मंत्रालय अपने यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इन उपायों का उद्देश्य पूरे गर्मी के मौसम में स्टेशनों पर स्वच्छ पेयजल की आसान पहुंच की गारंटी देना है।