सोमवार को लगातार 13वें कारोबारी दिन जेनसोल के शेयरों में गिरावट जारी रही है। इस दौरान शेयरों में 47 प्रतिशत की गिरावट आई है। अपने 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर 1,125.75 रुपये से कंपनी के शेयर में 92.31 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है। आइए जानते हैं बाजार का विस्तृत हाल।

जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयरों में सोमवार को भी गिरावट जारी रही। कंपनी के शेयर पांच प्रतिशत तक टूट गए और इसमें फिर लोअर सर्किट लग गया। कंपनी का शेयर बीएसई पर 5 प्रतिशत गिरकर न्यूनतम कारोबार की स्वीकार्य सीमा तथा 86.50 रुपये के 52 सप्ताह के निम्नतम स्तर पर पहुंच गया। एनएसई में यह 5 प्रतिशत गिरकर 85.65 रुपये पर आ गया। यह शेयर का एक और निचला सर्किट और 52 सप्ताह का निम्नतम स्तर है।

सोमवार को लगातार 13वें कारोबारी दिन कंपनी के शेयरों में गिरावट जारी रही है। इस दौरान शेयरों में 47 प्रतिशत की गिरावट आई है। अपने 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर 1,125.75 रुपये से कंपनी के शेयर में 92.31 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है।

जेनसोल और ब्लूस्मार्ट के प्रमोटर अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी भाइयों पर भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की ईवी खरीद के लिए ऋण राशि के डायवर्जन के आरोपों को लेकर विनियामक कार्रवाई की जा रही है। सेबी ने दोनों पर पूंजी बाजार प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे उन्हें सूचीबद्ध कंपनियों में हिस्सेदारी रखने से रोक दिया गया है।

जेनसोल इंजीनियरिंग सौर परामर्श सेवाएं, इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) सेवाएं, और इलेक्ट्रिक वाहनों को पट्टे पर देने जैसी सेवाएं प्रदान कर रही हैं।  सेबी को जून 2024 में शेयर मूल्य में हेरफेर और जेनसोल से धन के डायवर्जन से संबंधित शिकायत प्राप्त हुई और उसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। 

इसके अलावे, सेबी ने जेनसोल इंजीनियरिंग को 1:10 के अनुपात में स्टॉक विभाजन की अपनी योजना को स्थगित करने का निर्देश दिया।

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